हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का ध्यान रखिए कि आप क्या सोचते हैं।  शब्द गौण हैं।  विचार रहे हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं।