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तेजस ट्रेन में शोषण व देर से वेतन मिलने की शिकायत करने पर, दर्जनों लेडीस क्रू को नौकरी से निकाला गया

देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस की 1 दर्जन से अधिक लेडीस क्रू सदस्यों को बिना शिकायती नोटिस दिए ही निकाल दिया गया, जानकारी के मुताबिक इन क्रू मेंबरों का कसूर महज इतना था कि इन्होंने यात्रियों द्वारा छेड़छाड़ 18 घंटा ड्यूटी के साथ ही देर से मिलने वाली सैलरी की शिकायत की थी। बता दें कि तेजस ट्रेन के संचालन का जिम्मा आईआरसीटीसी के हाथों में है लेकिन इसमें निजी फार्म के द्वारा स्टाफ तैनात किया गया था

बता दे की तेजस ट्रेन में सुंदरीकरण व रखरखाव की जिम्मेदारी एक प्राइवेट फॉर्म वृदावन फूड प्रोडक्शन यानी कि आरके एसोसिएशन की है जिन्होंने 40 से ज्यादा लड़के और लड़कियों को तेजस में नियुक्त किया था। लेकिन एक माह से भी कम समय के अंदर 20 को हटा दिया । कहां सपना दिखाया जाता था कि प्राइवेटाइजेशन  से युवाओं को रोजगार व यात्रियों को अच्छी सुविधाएं मिलेंगी, अच्छी सुविधाएं तो अलग की बात है रोजगार के नाम पर इस संस्था ने बेरोजगार युवा-युवतीओ के साथ भद्दा मजाक किया है उन्हें सपना दिखाकर बिना नोटिस जारी किए नौकरी से बाहर कर दिया, ऐसे (नौकरी से निकाल देना) बेरोजगार कर देना किसी भद्दे मजाक से कम नहीं है, वही बात करें वृंदावन फूड प्रोडक्शन के एचआर प्रदीप सिंह की तो उन्होंने बताया कि किसी को नौकरी से निकाला नहीं गया है जैसे ही दूसरी तेजस ट्रेन चलेगी या इसमें और डिब्बे बढ़ाए जाएंगे तो उन युवाओं को फिर से शामिल कर लिया जाएगा।
वहीं उन्होंने किसी के साथ दुर्व्यवहार से साफ इनकार किया है और कहां है कि अगर किसी के साथ दुर्व्यवहार की सूचना मिलती है तो मैनेजमेंट (प्रबंधन) को उसकी जानकारी देकर जांच कराई जाएगी।


बता दें कि ऑफर लेटर के अनुसार क्रू मेंबर को नौकरी से निकालने की करीब एक महीना पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था।बात करें तेजस ट्रेन के अंदर कुरु मेंबरों से लगातार 18 घंटे से ज्यादा समय तक काम लिया जाता था वही प्राची के मुताबिक अधिक काम की वजह से ट्रेन में चक्कर आ जाने के कारण उन्हें कानपुर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था लेकिन प्रबंधन ने उन्हें छुट्टी देने की बजाय दूसरे दिन ही ड्यूटी पर बुला लिया। इतने कष्ट सहने के बाद भी उन्हें अब नौकरी से बाहर निकाल दिया गया है
वही अटेंडेंट विशाल के मुताबिक यात्री ड्यूटी पर तैनात लेडीस स्टाफ के साथ छेड़छाड़ करते हुए जबरन सेल्फी लेने लगते थे प्रबंधन से शिकायत करने पर उन्हें मुंह बंद रखने की हिदायत दी जाती थी। वहीं एक अन्य के मुताबिक उन्हें मेकअप ठीक ना होने पर भी सीनियर द्वारा जुर्माना व नौकरी से निकाल देने की धमकी दी जाती थी वही वैश्णवी के मुताबिक आईआरसीटीसी से शिकायत करने के बाद जल्दी कार्रवाई करने का भरोसा दिया गया था। बात करें यात्रियों की अच्छी सुविधा उनकी तो यह भी स्टेट में कुछ खास नहीं है जानकारी के मुताबिक ट्रेन में फिल्टर पानी के बजाय बोतल में सादा पानी भी दे दिया जाता है, यात्रियों ने बताया जितना कहां गया था उतना कुछ खास नहीं है।

देश के कानून के मुताबिक 8 घंटे की ड्यूटी है तो तेजस ट्रेन में 18 घंटे ड्यूटी आखिर क्यों ?
लेडीस क्रू के साथ छेड़छाड़ पर अधिकारियों के जवाब गोलमोल आखिर क्यों ?
बिना नोटिस क्रू मेंबरों को नौकरी से आखिर क्यों निकाला गया ?