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लॉक डाउन में खाना न मिल पाने से परेशान, मां ने पांच बच्चों को नदी में फेंका

दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के बाद भारत सरकार ने 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा की है। वहीं अब भारत में इस महामारी से बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार इसे आगे भी बढ़ा सकती है।
वही लॉक डाउन के बीच उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के जहांगीराबाद क्षेत्र में एक दिहाड़ी मजदूर महिला ने अपने पांच बच्चों को गंगा नदी में फेंक दिया। जिसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों समेत टीम ने मौके पर पहुंचकर गोताखोरों की मदद से बच्चों की खोजबीन शुरू कर, महिला को गिरफ्तार कर लिया है पुलिस अधिकारियों के मुताबिक महिला मानसिक रूप से सही नहीं है।  
(बच्चों को खोजते गोताखोर)
जानकारी के मुताबिक महिला ने बताया कि वह एक दिहाड़ी मजदूर है उसके बच्चों को लॉक डाउन में खाना नहीं मिल पा रहा है। काम ना मिल पाने की वजह से आमदनी बंद हो गई थी।  वही मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी ने बताया अभी हमारी प्राथमिकता बच्चों की जल्दी से जल्दी खोज करना है हम बाद में पूरे मामले की विधिवत जांच करेंगे।

 क्या है पूरा मामला 

बता दे भदोही जिले के गोपीगंज क्षेत्र में स्थित जहांगीराबाद गांव यह घटना शनिवार देर रात की है सुबह जब पूरे मामले की जानकारी हुई तो क्षेत्रवासी हैरान रह जाए पूरे मामले की जानकारी के बाद डीएम राजेंद्र प्रसाद और एसपी राम बदन सिंह ने मौके पर पहुंच कर जायजा। पूछताछ के बाद पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया बता दे जहांगीराबाद स्थित मृदुल यादव किसी काम से बाहर गए हुए थे रविवार उसकी पत्नी मंजू ने 3 वर्ष पुत्र संदीप, 6 वर्षीय पुत्री पूजा, 8 वर्षीय पुत्र शिव शंकर, 10 वर्षीय बेटी रंजना देवी व बारह वर्षीय वंदना को रात 2:30 बजे करीब गंगा नदी में फेंक दिया। सुबह उठने पूरे मामले की जानकारी अपनी जेठानी को दी देखते ही देखते घर में मातम पसर गया।
(मामले में पुलिस का पक्ष)
पति ने तत्काल गंगा घाट पर पहुंचकर इधर-उधर बच्चों की तलाश करनी शुरू कर दी जानकारी के बाद गोताखोर लगाए गए। लेकिन घटना के सही स्थान की जानकारी ना हो पाने के कारण महिला सही जानकारी नहीं दे पाई पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद दोपहर 3:00 बजे के करीब 12 वर्षीय बेटी बंदना की लाश को बरामद किया है इसकी खोज जारी है।  ग्रामीण महिला पुरुष उसी तरह तरह की बातें उसे कोश रहे है लेकिन वह बेसुध स्थान पर खड़ी रही जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस ने मंजू देवी के यहां खाना बना था उसने भुखमरी ने नहीं किसी अन्य कारण से बच्चों को नदी में फेंका है।
क्रेडिट टि्वटर