कोरोना संक्रमित को लेने गई एंबुलेंस के स्वास्थ्य कर्मियों की बड़ी लापरवाही, पीपीई कीट पहने मुकदर्शक बनकर खड़े रहे स्वास्थ्यकर्मी, ग्रामीणों ने मरीज को एंबुलेंस में लिटाया, बलरामपुर अस्पताल पहुंचने के बाद घंटों धूप में खड़ी एंबुलेंस में तड़प तड़प कर पीड़ित ने तोड़ा दमराजधानी लखनऊ के नगराम थाना क्षेत्र के बहरौली गांव में 10 मई को मुंबई से आए बुखार पीड़ित प्रवासी मजदूर (ताज मोहम्मद 45) कि क्वांटीन सेंटर में तबीयत खराब होने लगी जिसके बाद परिजनों ने एंबुलेंस बुलवाई,
(मरीज को पहुंचाते ग्रामीण, मूकदर्शक बनकर खड़ा पीपीई किट पहने स्वास्थ्य कर्मी)
मरीज तड़पता रहा एंबुलेंस के स्वास्थ्य कर्मी पीपीई किट पहने मूकदर्शक बनकर खड़े रहे वहीं ग्रामीणों ने मरीज को एंबुलेंस में ले जाकर लिटाया, जहां से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोसाईगंज ले जाया गया,
(एंबुलेंस से उतरता हुआ (माददगार) असली कोरोना योद्धा)
जहां के डाक्टरों ने स्थिति को गंभीर देखते हुए उसे बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया। जहां के डॉक्टरों ने व्यक्ति को कोविड-19 संदिग्ध मानकर एंबुलेंस से नीचे ही नहीं उतारा, दोपहर की कड़ी धूप के बीच 2 घंटे तक एंबुलेंस में तड़पने के बाद मरीज ने दोपहर 1:30 बजे दम तोड़ दिया, बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी की लापरवाही से क्रोधित परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया वही भतीजे फैज ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य कर्मचारियों नर्सों व डॉक्टरों से गुहार लगाता रहा कि कोई उसके चाचा का इलाज कर दे लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने के चलते एंबुलेंस में पड़े चाचा ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। मृत्यु के 1 घंटे बाद भी शव एंबुलेंस में ही पड़ा रहा जिसके बाद सफाई कर्मियों ने शव को सील करावकर रखवा दिया।वहीं पूरे मामले पर बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ आर के गुप्ता ने मरीज के परिजनों के आरोप को बेबुनियाद बताते हुऐ, बताया कि मरीज का प्रथमिक उपचार किया गया था उसकी हालत गंभीर होने की वजह से मौत हुई है।मृतक के भतीजे फैज के मुताबिक मरीज को शनिवार की रात तेज बुखार कि शिकायत के बाद पैरासिटामोल दवा खिला दी गई थी, जिसके बाद उसकी हालत रविवार सुबह खराब होने के चलते सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोसाईगंज ले जाया गया जहां से उसे बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में भेज दिया गया, जहां अस्पताल की लापरवाही के चलते पीड़ित ने दम तोड़ दिया।
प्रशासन कुछ भी कहे इस समय कोविड-19 को लेकर अस्पतालों में बड़े स्तर पर लापरवाही देखने को मिल रही है।