उत्तर प्रदेश के बाहुबली अहमदाबाद की जेल में बंद पूर्व समाजवादी सांसद अतीक अहमद के अपराध द्वारा खड़े किए गए काले साम्राज्य पर कानून व्यवस्था सुधारने में लगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा शिकंजा कसते हुए अपराध द्वारा अर्जित प्रयागराज में उनकी 25 करोड़ की कीमत की 5 संपत्तियों को कुर्क करने के साथ अन्य का ब्यौरा तैयार कर कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू करवा दी है।
बता दे प्रयागराज के जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने माफीया पुर्व सांसद अतीक अहमद की खिलाफ 28 अगस्त तक 7 संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया था। 13 अन्य संपत्ति डीएम के पास कुर्क करने के लिए विचाराधीन है। बता दे बाहुबली माफिया अतीक अहमद की संपत्ति को कुर्क करने के लिए प्रशासन की कई टीमें एक साथ अतीक अहमद के साथ ठिकानों पर पहुंचकर कार्रवाई कर रही हैं।
इस कड़ी में अपराध द्वारा अर्जित संपत्तियों को प्रशासन की टीमें सिविल लाइंस, खुल्दाबाद, धूमनगंज इलाके में पहुंचकर कर कुर्क करने का नोटिस चस्पा करने की कार्रवाई की।
3 जुलाई को माफिया अतीक अहमद के भाई और पूर्व विधायक खालिद अजीज उर्फ अशरफ की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के अतीक अहमद के डी-227 के सदस्यों पर कार्रवाई के साथ साथ ही गैंगस्टर एक्ट 14(1) के तहत दो शास्त्र लाइसेंस को जप्त करने के बाद 7 संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई की है। इस मामले में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि योगी सरकार करप्शन व भू-माफियाओं को लेकर जीरो टॉयलेट वाली सरकार है इस सरकार में अपराधियों और माफियाओं के लिए कोई जगह नहीं है। जो जैसी करनी करेगा उसको वैसी भरनी पड़ेगी मंत्री के मुताबिक कोई कितना भी ताकतवर अपराधी क्यों ना हो कानून अपना काम करता रहेगा आगे भी ऐसी ही सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
बता दे पूर्व माफिया सांसद अतीक अहमद की सात संपत्ति जप्त की गई है जबकि 20 बेनामी संपत्तियों को जप्त करने की कार्रवाई की जानी है, अतीक अहमद की बेनामी संपत्ति चक्र करते समय भारी मात्रा में सुरक्षा बलों के साथ दिनेश कुमार सिंह एसपी सिटी प्रयागराज व धूमनगंज के सीओ मौजूद रहे अतीक अहमद के वकील ने स्थानीय पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए कहा 2014 में पुलिस ने इन संपति कुर्क कर लिया था लेकिन फिर उनको रिलीज कर दिया गया था। फिर प्रशासन द्वारा कुर्की की कार्रवाई की जा रही है जो कि गलत है।