उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले से पुनर्जन्म की एक अनसुनी दास्तां सामने आई हैं। “गीता में पुनर्जन्म की बात का स्पष्ट शब्दों में जिक्र है यानी जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है और जिसकी मृत्यु हुई है उसका जन्म निश्चित है” खैर ये तो कुदरत का खेल है विज्ञान इस बात को आज भी नहीं मानता कि कोई मरने के बाद फिर पैदा हो सकता है।
फिलहाल शास्त्रों और पुराणों में पुनर्जन्म कि सैकड़ों घटनाएं दर्ज है।
मैनपुरी जिले से महज 13 किलोमीटर दूर औंछा थाना क्षेत्र के गांव नगला सहेली निवासी प्रमोद कुमार बृहस्पतिवार को उस समय अचंभित रह गए। जब उनके घर एक 8 साल के लड़के ने आकर पापा कहते हुए…. अपनी पुनर्जन्म की पूरी दास्तां सुना दी। आश्चर्य में पड़े प्रमोद कुमार पहले पूरा वाक्य समझ नहीं पाए। लेकिन जब बच्चे ने बताया कि 8 साल पहले उसकी नहर में डूब कर मौत हो गई थी…. इतना सुनते ही प्रमोद और उसकी पत्नी ने बच्चे को गले लगा लिया। जिसके बाद बच्चे ने विस्तार पूर्वक पूरी घटना का वर्णन करते हुए बताया कि वह उनका पुत्र रोहित है उसकी 13 वर्ष की उम्र में साल 2013 में नहर में डूबने से मौत हो गई थी। वह उस समय माध्यमिक विद्यालय सहेली में पढ़ता था। 8 वर्षीय बच्चे द्वारा पुनर्जन्म की बात को सुनकर गांव के लोग अचंभित होकर रह गए। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
प्रमोद कुमार ने बताया कि उनके पुत्र रोहित कि 13 वर्ष की उम्र में 2013 में ही नहर में डूबने से मौत हो गई थी अपने इकलौते पुत्र की मौत के बाद से वह बेटी के सहारे जीवन व्यतीत कर रहे थे बच्चे ने माध्यमिक विद्यालय सहेली में जो पढ़ने की बात कही वह सही है। वह वहीं पढ़ता था इस बात को सुनकर आसपास के लोग हैरान है।
वही बालक को अपने साथ लेकर नागला अमर सिंह गांव के रहने वाले राम नरेश ने बताया 8 साल पहले उनके बेटे का जन्म हुआ उस समय उसने इसका नाम चंद्रवीर रखा जब वह बोलने लगा तो उसने अपने पुनर्जन्म की बातें बतानी शुरू की… वह अक्सर गांव नगला सालेही आकर माता-पिता से मिलने की जिद करते रहता था। लेकिन वह अपने बेटे के खोने के के डर से उसे लेकर नहीं आ रहे थे उन्होंने बताया कि अब वह उस बच्चे की जिद के आगे मजबूर होकर उसे उसके पुराने माता-पिता से मिलाने लाए हैं।
पुनर्जन्म की बात सुनकर लगा ग्रामीणों का ताता, मृतक बच्चे के शिक्षक के पैर छूकर नाम से किया संबोधित किया।
बच्चे की पुनर्जन्म की बात सुनने को लेकर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई इस बीच बच्चे के विद्यालय तक पूरे मामले की जानकारी पहुंची इस पर नागला स्नेही विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुभाष यादव मौके पर देखने पहुंच गए अध्यापक को देखकर बच्चे ने उनके पैर छूकर नाम से पुकारा। प्रधानाध्यापक पूरे मामले की सच्चाई जानने के लिए बच्चे को अपने साथ विद्यालय ले गए। (8 वर्षीय बच्चा इससे पहले कभी उस विद्यालय या उस गांव नहीं गया था) बच्चे के मुताबिक व पूर्व जन्म में इसी विद्यालय में पढ़ता था बच्चे ने पहुंचते ही अपने कक्षा समेत तमाम जानकारी बताइ जो कि सच साबित हुई। इस घटना के बाद बच्चे के पूर्व व वर्तमान माता-पिता बेहद खुश हैं बच्चे ने गांव के आसपास समेत कई बातें बताई जिन्हें सुनकर सभी हैरान है यह बच्चा इस गांव में पहली बार आया है।
धार्मिक शास्त्रों और पुराणों में दर्ज घटनाएं बताती हैं कि पुनर्जन्म में भी लोगों को पिछले जन्म की जानकारी याद रहती है वास्तविकता में मैनपुरी में 8 वर्षीय चंद्र वीर की कहानी उस से हूबहू मिलती है बच्चा पिछले जन्म की पूरी घटना हुबहू जानता है यह घटना कोई कहानी नहीं वास्तविक घटना है। जिसके साक्ष्य यानी सबूत मौजूद है इस घटना के सामने आने के बाद यह खबर जंगल की आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई।
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