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अलवर थानागाजी गैंग रेप केस पूरा घटनाक्रम, पुलिस अधीक्षक हटाए गए

अलवर पत्नी के साथ गैंगरेप पति की पिटाई वीडियो बनाकर अपराधी में वायरल किया परिवार मानसिक दबाव में पुलिस मामले को रफा-दफा करने में जुटी रही
घटना उस समय घटी जब पीड़िता अपने पति के साथ
26 अप्रैल को अलवर जिले से तालवृक्ष की ओर मोटर साइकिल से जा रही थी उसी  समय  थानागाजी बाईपास रोड पर पांच युवकों ने जबरन रास्ता रोक लिया और पास ही के रेत के टीलों पर ले गए। उसके बाद पति से जमकर मारपीट की गई और पत्नी से पति के सामने पांचों आरोपियों ने बारी-बारी से (दुष्कर्म) गैंगरेप किया। इतना ही नहीं गैंगरेप का वीडियो भी बनाया गया। संबंधित थाने की पुलिस ने जब ढुलमुल  रवैया अपनाते हुए कोई कार्यवाही नहीं की तब 2 मई को पति अपनी पत्नी के साथ एसपी के पास गए | एसपी  ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिया! फिर भी किसके इशारे पर गैंगरेप का मामला 6 अप्रैल तक दबा रहा ? यह सवालिया निशान पुलिस पर भी उठते हैं

अलवर थानागाजी गैंगरेप मामले का खुलासा 6 मई को मतदान समाप्त होने के बाद हुआ  हालांकि या घटना 26 अप्रैल की है लेकिन पुलिस ने इस वारदात को किसके इशारे पर दबाए रखा या भी सवालिया निशान है राजस्थान में 29 अप्रैल को पहले चरण की 13 सीटों पर मतदान हुआ और 6 मई को शेष बची 12 सीटों पर मतदान हुआ | चुनाव के बाद ही पूरी घटना सामने आई आखिरी यह कैसे हुआ ?

इस घटनाक्रम को लेकर लोगों में आक्रोष का माहौल है लोगों  का कहा है कि पुलिस पर राजनीतिक दबाव ना होता तो मामला अप्रैल में ही  उजागर हो चुका होता और अपराधियों को समय न मिलता लेकिन 25 सीटों पर लोकसभा  चुनाव के कारण अपराधियों को समय मिला इस घटनाक्रम से राजनीतिक और पुलिस दोनों की मिलीभगत सामने आ गई !

मुख्य अपराधी ससुराल आया था
मुख्य अपराधी  अपनी ससुराल थानागाजी आया हुआ था। इस दौरान इस घटना को अंजाम दिया। वहीं, आरोपी छोटेलाल, अशोक, महेश गुर्जर और हंसराज दोनों नारायणपुरा के रहने वाले हैं। एक थानागाजी और एक बानसूर का रहने वाला है

आरोपियों ने पैसे की डिमांड की
इस घटना के बाद वीडियो बनाने वाले आरोपियों ने पीड़ित से ₹10000 की डिमांड की और पैसा ना मिलने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी

पुलिस ने मामले को हल्के में लिया
वीडियो वाली बात थानागाजी पुलिस अधीक्षक को भी बताई गई।  कि वह लगातार पैसे की डिमांड कर रहे हैं अगर आप जल्दी कार्रवाई करेंगे तो अश्लील वीडियो वायरल नहीं होंगे, इस गंभीर मामले को पुलिस ने हल्के में लिया |

पुलिस ने चुनाव के बाद जांच करने को कहा
पुलिस ने कहा अभी चुनाव है और चुनाव के बाद ही इस पूरे मामले को देखेंगे। 30 अप्रैल को खुद विधायक ने पुलिस अधीक्षक से मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी लेकिन मुकदमा 2 मई को दोपहर 2:30 बजे मुकदमा दर्ज हुआ, इससे पहले 1 मई और 2 मई को पीड़िता को मेडिकल जांच कराने की बात कहकर अलवर बुलाया गया  लेकिन मुकदमा दर्ज करने से पहले पुलिस पीड़िता की मेडिकल जांच कैसे करा रही थी । 2 मई को मुकदमा दर्ज हो गया उसके बाद भी पुलिस टस से मस नहीं हुई ।

वीडियो वायरल होने पर मानसिक रूप से दबाव में आया परिवार
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से  पूरे परिवार मानसिक रूप से दबाव में आ गया परिजनों के फोन बजने लगे, परिजन कहते हैं यह वक्त हमारे लिए और भी बुरा था । लेकिन अब तक इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है लेकिन बाकी चार आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं

केंद्रीय मंत्री ने सीएम से इस्तीफा मांगा
केंद्रीय मंत्री  प्रकाश जावेडकर ने घटनाक्रम को शर्मनाक बताते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफा मांगा है

घटना की गंभीरता को देखते हुए 7 मई को जिला पुलिस अधीक्षक  राजीव पचार को हटा दिया गया है.

आईजी सेंगथिर ने बताया कि आरोपी इंद्राज गुर्जर(22) को कोटपूतली के पास से पकड़ा गया है

सवालिया निशान

*अलवर पुलिस ने आखिर  किसके इशारे पर गैंग रेप की वारदात को छिपाए रखा?

*क्या पुलिस  किसी को बदनामी से बचाना चाहती थी आखिर  क्यों ?

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