मज़बूत रिश्ते और कड़क चाय,
धीरे धीरे बनते है !!
क्या होता है रिश्तों का वजन,
उन कन्धों से पूछो जिन्होंने अर्थी उठाई है !!
इतना आसान नहीं है, जीवन का हर किरदार निभा पाना,
इंसान को बिखरना पड़ता है रिश्तों को समेटने के लिए !!
दोस्तो रास्ते बदलो मत, रास्ते बनाओ
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