भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर पाकिस्तान अब एक और तख्ता पलट की ओर जाता हुआ नजर आ रहा है l
आतंकवाद और गिरती आर्थिक स्थिति को लेकर पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव ही नहीं अपनी सेना के दबाव के साथ महंगाई का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है l वहीं सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना और प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच काफी तल्ख़ियां और दूरियां बढ़ती ही जा रही है l वही बताया जाता है कि बालाकोट हमले के कबूल नामे और अमेरिका के सामने 30-40 हजार आतंकियों की पाकिस्तान में मौजूदगी वाले बयानों से पाकिस्तानी सेना आईएसआई और पाकिस्तान सरकार के बीच काफी दूरियां बढ़ गई है । वहीं विदेश मामलों के जानकारों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के अलावा पाकिस्तान में चुनी सरकार का कोई महत्व ना के बराबर है l पाकिस्तानी सरकार कोई भी फैसला पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की अनुमति के बिना नहीं ले पाती है लेकिन इस समय इमरान खान ने सेना और आईएसआई के रूख से हटकर कुछ फैसले और कबूल नामे किए हैं, जिसके बाद पाकिस्तानी फौज आईएसआई और पाकिस्तानी सरकार के बीच आपस में ही गुत्थाम गुत्थी शुरू हो गई है । वहीं भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच किसी भी समय कुछ भी हो सकता है । जानकारों के मुताबिक युद्ध छेड़ने की स्थिति में पाकिस्तानी फौज इमरान खान की कठपुतली सरकार तो किसी भी समय पूर्ण रूप से अपने नियंत्रण में ले सकती है ।
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