संयुक्त राष्ट्र महासभा को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 74वें सत्र भारत की 130 करोड़ जनता की तरफ से संबोधित करना मेरे लिए गर्व की बात है । यह माैका इसलिए खास है कि इस बार महात्मा गांधी की जंयती मना रहे है। इसके साथ इस बार हमारी सरकार ने चुनाव के बाद जीत के बाद फिर से काम करने का माैका मिला है । हमारी सरकार ने कार्यकाल में बड़ी संख्या में शाैचालय मुक्त किया है। जब एक विकास शील देख निशुल्क दवा योजना , सड़क निर्माण का कार्य करता है तो वह विकास के क्षेत्र में बढ़ रहा है। मैंने यहां एक दीवार पर पढ़ा कि सिंगल यूज प्लास्टीक ये देखते ही मुझे बहुत अच्छा लगा। हमारा देश भी इसी पर कार्य कर रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र को संबोधित कर रहे है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम भारत में सभी प्रकार के क्षेत्र में कार्य कर रही है ।यह विकास सभी भारत वासियों के सहयोग के साथ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले पांच वर्षों में हम 15 करोड़ घरों को पानी से जोड़ देंगे।
लेकिन यह तब सम्भव हो पाया है जब सभी ने सहयोग किया है। मेरा बाकी देशों के बारे में सुनता हूं विकास की बातें सुनता हुं तो मेरा काम करने का संक्लप ओर भी दृड़ हो जाता है। जब सभी देशों में विकास हो रहा है तो मेरा देश भारत किसी से पीछे नहीं रह सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत जिन विषयों को उठा रहा है उनका आधार वैष्विक चुनाैतिया है ,विकास है। यदि इतिहास और कैपिटा के नजरिये से देखे तो हमें बहुत प्रयास करने है। मोदी ने कहा कि भारत हजारों साल पुरानी संस्कृति है। हम सबका साथ सबका विकास में यकीन रखते हैं। हम भारत ही नहीं दुनिया भर की भलाई के लिए काम कर रहे हैं। हमारे प्रयास हमारे देश तक ही सीमित नहीं हैं। पूरी दुनिया को इनका फल मिलेगा।उन्होने कहा कि में सभी विदेशों को आमंत्रण देता हुं कि वह आकर हमारे साथ काम करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत जिन विषयों को उठा रहा है उनका आधार वैष्विक चुनाैतिया है ,विकास है। यदि इतिहास और कैपिटा के नजरिये से देखे तो हमें बहुत प्रयास करने है। मोदी ने कहा कि भारत हजारों साल पुरानी संस्कृति है। संयुक्त राष्ट्र में मोदी ने कहा-भारत ही नहीं दुनिया की भलाई के लिए काम कर रहे हैंहम सबका साथ सबका विकास में यकीन रखते हैं। हम भारत ही नहीं दुनिया भर की भलाई के लिए काम कर रहे हैं। हमारे प्रयास हमारे देश तक ही सीमित नहीं हैं। पूरी दुनिया को इनका फल मिलेगा।उन्होने कहा कि में सभी विदेशों को आमंत्रण देता हुं कि वह आकर हमारे साथ काम करें।
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