व्हाट्सएप ने बड़ा खुलासा करते हुए इसराइल की प्रौद्योगिकी कंपनी ( साइबर सिक्योरिटी कंपनी ) एनएसओ पर स्पाइस वेयर पेगासस की मदद से दुनिया भर के करीब 1400 व्हाट्सएप यूजर पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं व राजनेता के फोन की जासूसी करने का व्हाट्सएप ने बड़ा खुलासा किया है, इनमें भारत के पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल है। जिसको लेकर व्हाट्सएप मे एनएसओ के ऊपर कैलिफ़ोर्निया की संघीय अदालत में मुकदमा भी दायर किया है। लेकिन जलाली कंपनी ने इसका खंडन किया है। लेकिन व्हाट्सएप नहीं अभी खुलासा नहीं किया है कि किसके कहने पर व्हाट्सएप हैक किए गए थे।
व्हाट्सएप जासूसी पर कांग्रेस का हमलावर रुख
व्हाट्सएप जासूसी पर कांग्रेस ने गुरुवार को हमलावर रुख अपनाते हुए नरेंद्र मोदी सरकार को घेरा और उच्चतम न्यायालय से आग्रह किया कि वह इस मामले पर तत्काल संज्ञान ले। वही कांग्रेश पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने tweet करते हुए आरोप लगाया कि
मोदी सरकार जासूसी करते पकड़ी गई, यह बेहद चिंताजनक है लेकिन हैरान करने वाली बात नहीं है, आखिरकार भाजपा सरकार हमारी नीता के लिए लड़ी करोड़ों रुपए का निगरानी ढांचा बनाया।
व्हाट्सएप जासूसी मामले में राहुल गांधी ने भी तंज कसते हुए ट्वीट कर कहा कि
भारत के लोगों की जासूसी पर व्हाट्सएप से जवाब मांगा ठीक वैसा ही है जैसा पीएम मोदी का दसवां श्रेयस पूछना कि राफेल फाइटर जेट विमानों की डील पर किसने पैसे कमाए।सूचना प्रसारण मंत्रालय ने व्हाट्सएप से 4 नवंबर तक पूरे मामले पर विधिवत जवाब मांगा है