तीन नाबालिग बहनों को पुजारी ने कालसर्प दोष के निवारण के नाम पर अपनी हवस का शिकार बनाया, पुलिस ने तत्काल आरोपी को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।मध्यप्रदेश के सतना जिले के मैहर में एक पुजारी ने कालसर्प दोष से मुक्त करने के नाम पर एक ही घर की तीन सगी नाबालिग बहनों को अपनी हवस का शिकार बनाया।
( आरोपी 55 वर्षीय पुुुजारी)
पीड़िता के परिजनों के मुताबिक बेटियों की शादी और कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए पूजा रखवाई थी जब पुजारी नारायण स्वरूप त्रिपाठी के यह पूजा कराने के लिए गये तो उन्होंने तीनों बेटियों की सुख शांति के लिए होने वाली पूंजा के लिए एक-एक कमरे को चुनने के लिए कहा, फिर पुजारी ने विशेष पूजा के नाम पर अनहोनी का डर दिखाते हुए, उन्हें घर से बाहर दूर भेज दिया। फिर एक-एक कर तीनों बहनों (14 15 वा 17 वर्ष) के कमरे में जाकर बारी-बारी से उनके पूरे कपड़े उतरवाकर अपनी हवस का शिकार बनाया। जब पीड़ित लड़कियों ने अपने परिजनों को इस पूरी घटना की जानकारी दी। परिजन दंग रह गए उन्होंने तीनों लड़कियों को थाने में ले जाकर मामला दर्ज कराया, पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीनों बहनों की मेडिकल जांच करवा बयान दर्जकर 55 वर्षीय पुजारी को गिरफ्तार कर लिया है।
थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे के मुताबिक आरोपी को विस्तार से पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर उसके खिलाफ आईपीसी पास्को एक्ट एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।