पूर्व चीप जस्टिस रंजन गोगोई की ही इच्छाशक्ति व दृढ़निश्चय ही था कि बार-बार टलने वाले इस विवादित फैसले को शांतिपूर्ण हल कर एक ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए दशकों पुराने दुनिया के सबसे विवादित फैसले का शांतिपूर्ण निपटारा कर दिया। जिसे दोनों पक्षों ने सहृदय मंजूर कर लिया है।पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई राज्यसभा के लिए मनोनीत हुए हैं बता दें कि रंजन गोगोई दशकों पुराने विवादित राम मंदिर बाबरी मस्जिद का फैसला सुनाने वाली पांच जजों की संवैधानिक पीठ के मुख्य जज थे।
बता दे कोई पहली बार नहीं है इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस रंगनाथ मिश्रा भी रिटायर होने के बाद राज्यसभा भेजे जा चुके हैं