उत्तर प्रदेश- संगम नगरी प्रयागराज में जमातियों पर टिप्पणी को लेकर पड़ोसी मोहम्मद सोना और लोटन निषाद के बीच झड़प हो गई जिसमें मोहम्मद सोना ने विवाद के बाद लोटन निषाद की गोली मारकर हत्या कर दी। पूरे मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए रासुका के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया वहीं सीएम ने मृतक के परिवार को ₹500000 की आर्थिक मदद का ऐलान किया है।
बता दे आज सुबह करीब 9:30 बजे अखबार पढ़ते वक्त करेली के बक्शी मोढ़ा गांव में 30 वर्षीय लोटन निषाद अखबार पढ़ रहे थे तभी उसने उन्होंने लोगों से कहा कि जमात वाले कोरोना वायरस फैला रहे हैं जिसको लेकर उनकी मोहम्मद सोना कहासुनी हो गई कुछ समय बाद सोना ने लोटन निषाद के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी।(फोटो मृतक लोटन निषाद)
मौके पर पहुंचकर पुलिस के आला अधिकारियों ने मामले की जांच कर आरोपी के पिता को गिरफ्तार कर पीड़ित परिवार के घर से एक लाइसेंसी बंदूक को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी किसी प्रकार की अनहोनी घटना ना हो इसके लिए एहतियातन पुलिस ने क्षेत्र में फोर्स तैनात कर सुरक्षा के बंदोबस्त किये है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया चाय दुकान पर बैठे लोगों के सामने लोटन निषाद ने अखबार पढ़ते हुए कहा ये जमात वाले कोरोना फैला रहे हैं इस बात से तैश में आए मोहम्मद सोना ने तमंचा निकालकर लोटन निषाद के सर पर गोली मार दी जिससे लोटन निषाद की मौका ए वारदात पर ही मौत हो गई, लोगों ने आरोपी को दौड़ा कर पकड़ उसकी पिटाई कर दी इसके बाद प्रयागराज एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने और घटना को किसी भी धार्मिक रंग ना देने की अपील की उन्होंने बताया या वारदात 9:30 बजे की है जब लोगों के बीच विवाद बढ़ा और आरोपी ने गोली मार दी।
पुलिस ने बताया मौके पर पहुंच कर आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए वहां पर भारी प्रशासन की तैनाती कानून व्यवस्था बनी रहे इसके लिए पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने का आदेश जारी किया गया है वहीं मुख्यमंत्री के आदेश पर मृतक शख्स के परिवार को पांच लाख मुआवजा राशि दिए जाने का ऐलान किया गया है।
सवाल उठता है लॉक डाउन में आखिर कैसे खुली थी चाय की दुकान ?
- कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरा देश लॉक डाउन कर दिया गया इसके बावजूद प्रयागराज के करेली मोहल्ले में उक्त चाय की दुकान कैसे खुली रह गई ?
- यहॉ प्रशासन पर भी सवालिया निशान उठाता है ?
- यह लापरवाही कैसे हुई किसी के समझ से परे है आखिर लापरवाही कहां हुई ?
- क्यों सोशल डिटेक्शन का पालन नहीं किया गया ?
- लॉक डाउन के बावजूद भी चाय की दुकान क्यों खुली रही ?
- यह प्रशासन की घोर लापरवाही का नतीजा है आखिर जिम्मेदार क्षेत्र पुलिस अधिकारियों के खिलाफ इतनी बड़ी घोर लापरवाही के लिए क्या कार्रवाई करेगा प्रशासन ?