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जहरीली शराब का कहर, 14 की मौत  8 पुलिसकर्मियों समेत 9 सस्पेंड, सेल्समैन गिरफ्तार

"बाराबंकी जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला उत्तर प्रदेश में थम नहीं रहा है| सरकारे बदली  लेकिन शराब से मौतों का  सिलसिला नहीं बदला|'

बाराबंकी जिले के रामनगर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत हो गई है|
वहीं कुछ की तबीयत अभी भी खराब है| मुख्यमंत्री ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जांच के आदेश दिए हैं| उत्तर प्रदेश के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया जिला अधिकारी ने 8 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है| घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी| मरने वालों में से 4(पिता और तीन पुत्र) एक ही घर के है|
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहरीली शराब से हुई मौतों पर गहरा अफसोस जाहिर करते हुए  जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को फौरन मौके पर पहुंचकर सहायता उपलब्ध कराने का आदेश दिए हैं| सभी ने देसी शराब के ठेके से सोमवार को शराब लेकर की थी| शराब पीने के बाद उनकी तबीयत खराब हुई और आंखों से दिखना बंद हो गया और मंगलवार आते -आते 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है| लेकिन जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है| जबकि  कई गंभीर स्थिति में जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे हैं| पुलिस ने शराब विक्रेता  को गिरफ्तार कर लिया है| वह घटना पर स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दुख जताया और कहा कि 16 लोगों को लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है और कुछ को बलरामपुर और लोहिया में भर्ती कराने की व्यवस्था की गई है|
मृतकों के परिजनों को मुआवजे का ऐलान
सरकार ने मृतक के परिजनों को दो- दो लाख मुआवजा देने की घोषणा की है वहीं मामले की जांच के लिए कमिश्नर  और आयुक्त आबकारी विभाग की जांच समिति बनाई है समिति अगले 48 घंटे में अपनी जांच रिपोर्ट देगी|
पूरा घटनाक्रम
सोमवार रात रामनगर थाना क्षेत्र के रानीगंज स्थित सरकारी देसी शराब की दुकान से लगभग 30 लोगों ने शराब खरीदकर पी थी| शराब पीने के कुछ देर बाद ही कुछ  की हालत बिगड़ने लगी उन्हें नजदीकी समुदाय स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज और रामनगर में भर्ती कराया गया| एसएसपी के आदेश पर ठेकेदार दलबीर सिंह पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया और जिले की सभी शराब की दुकानों पर जांच शुरू कर दी गई है|
पूरा मामला उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के रानीगंज कोतवाली का है|  सूत्रों के अनुसार जिला आबकारी अधिकारी, सीओ, एसएचओ, रामनगर आबकारी विभाग के 5 कांस्टेबल और 5 सिपाहियों को सस्पेंड किया गया है| इस दर्दनाक घटना से कई घरों के चिराग उजड़ गए और कईयों के घर में अर्थी को कंधा देने वाला भी कोई नहीं बचा है| सरकार ने दो- दो  लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है| यह उत्तर प्रदेश का कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले अखिलेश यादव की सरकार में लखनऊ सटे मलिहाबाद और उन्नाव में 30 से ज्यादा लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी|