उत्तर प्रदेश में (भू-माफिया) बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि बुधवार को सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र के उम्भा गांव में जमीनी विवाद को लेकर भू माफिया ग्राम प्रधान ने 32 ट्रैक्टरों में अपने लाव लश्कर (300 लोगों) के साथ पहुंचकर, जबरदस्ती जमीन पर कब्जा करने लगा, इसी बीच ग्रामीणों और ग्राम प्रधान के बीच विवाद हो गया जिसके बाद ग्राम प्रधान की तरफ से गोलियों की बौछार होने के साथ लाठी-डंडे चलने लगे जिसमें 10 लोगों की अब तक मौत हो गई है, जबकि 14 से ज्यादा लोग घायल हैं| उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को चुनौती देते हुए बेखौफ भू माफिया ने जमीन की खातिर दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलियां चला 10 लोगों की जान ले ली और 14 से ज्यादा को गंभीर रूप से घायल कर दिया जिसमें महिलाएं बच्चे बूढ़े सभी शामिल है|
पूरा मामला
गांव में कई वर्ष पहले आदर्श कोऑपरेटिव नाम से एक संस्था बनी हुई थी जिसमें लगभग 600 बीघा जमीन थी जिसमें 2 आईएएस अधिकारी भी शामिल थे| जिन्होंने 2 वर्ष पहले 90 बीघा जमीन स्थाई प्रधान यज्ञदीप भूतिया और उनके दोस्तों को बेच दी| वही किसान उस जमीन पर कब्जा करके पहले से खेती कर रहे थे| बुधवार ग्राम प्रधान अपने पूरे लाव लश्कर के साथ ( 32 ट्रैक्टर में 300 से ज्यादा लोगों और अवैध हथियारों के साथ) जमीन पर कब्जा करने पहुंचे इसी बीच ग्राम प्रधान और स्थाई किसानों के बीच विवाद हो गया| जिसके बाद ग्राम प्रधान ने अपने साथियों के साथ गांव के लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां और लाठी डंडे चलाएं|
जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई और 14 घायल हैं|
मामले में किन-किन की जान गई मृतक की सूची
दुखबती (40) पत्नी रामनाथ
दुर्गावती (42) पत्नी रंगीलाल
केरवा देवी (50) पत्नी रामनाथ
जवाहिर (48) पुत्र जयकरन
अशोक (30) पुत्र ननकू
रामचंद्र (50) पुत्र लाल शाह
राजेश (28) पुत्र गोविंद
रामनाथ (60) पुत्र हीरा साह
सुंदर (50) पुत्र तेज सिंह
नंदलाल (45 वर्ष)
मामले में 11 नामजद समेत 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
वही इस नरसंहार से जुड़े ग्राम प्रधान समेत 11 लोग नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. नरसंहार में इस्तेमाल किए गए हथियारों को पुलिस ने बरामद कर लिया है| अभी तक इस नरसंहार से जुड़े ग्राम प्रधान के भतीजे समेत 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है लेकिन मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान यज्ञदीप भूतिया अभी भी फरार है|
मामले में राजनीतिक पार्टियां सक्रिय
वही इस मामले में राजनीति पार्टियां सक्रिय हो गई हैं| इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करके मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रूपये आर्थिक मदद देने की मांग की और कहा कि अपराधियों के आगे नतमस्तक bjp सरकार में एक और नरसंहार