बाराबंकी के कोठी थाना क्षेत्र के सदरपुर मजरे के मिर्जापुर गांव में कोटेदार व उसके साथियों से परेशान एक 19 वर्षीय नवयुवती ने सुसाइड नोट लिखकर उसमें कोटेदार सहित तीन लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताते हुए, गांव के 100 मीटर बाहर खेत में लगे एक पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
फिलहाल पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज सुसाइड नोट की जांच पड़ताल कर रही है कि यहां सुसाइड नोट मृतक ने खुद लिखा या किसी और ने, मृतक चांदनी के पिता ने कोटेदार समेत तीनों लोगों के खिलाफ नामजद पुलिस में तहरीर दी है,क्या है पूरा मामला
बाराबंकी के सदरपुर गांव निवासी राम सागर ने बताया कि बुधवार सुबह तड़क्के करीब 3:00 बजे जब नींद खुली तो 19 वर्षीय पुत्री चांदनी को घर पर नहीं पाया इसके बाद हम सभी लोगों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। इसी समय गांव के लोगों ने सूचना दी कि उसकी बेटी ने गांव के बाहर पेड़ से लटक कर खुदकुशी कर ली, और चांदनी ने मौत के लिए गांव के कोटेदार समेत तीन लोगों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए एक पर्चा भी लिखा है।
ग्रामीणों ने क्या कहा
ग्रामीणों ने बताया कि सुबह नित्य कर्म करने के लिए जा रहे थे, तभी गांव के बाहर करीब 100 मीटर की दूरी पर एक पेड़ पर रस्सी के सहारे चांदनी की लाश को लटकते हुए देखा हैरान रह गए व इसकी जानकारी तत्काल मृतक के घरवालों को दी।
पुलिस के मुताबिक मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए कोटेदार शिवनारायण, संजोग व शिवप्यारी को दोषी ठहराया है, लेकिन मृतक ने आत्महत्या का कोई कारण नहीं लिखा है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस इस मामले को दूसरे एंगल से देख रही है, पुलिस हत्या और आत्महत्या के बीच पड़े सस्पेंड से पर्दा उठाने के लिए दोनों एंगल से जांच कर रही है, इसलिए पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर चांदनी की अन्य लिखावट के कागजात को भी, कब्जे में लेकर उसका मिलान कर रही है।
कुछ लोगों को संदेह है कि मृतक चांदनी को मार के फंदे से लटकाया गया है और पुलिस को गुमराह करने के लिए सुसाइड नोट लिख गुमराह करने की कोशिश की गई है.