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परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार, कल करेंगे मुख्यमंत्री मुलाकात, आवास सुरक्षा के लिए हथियार व सरकारी नौकरी देगी सरकार, बेटे ने कहा प्रशासन पर भरोसा नहीं,  एनआईए से हो जांच

कल दिनदहाड़े राजधानी लखनऊ में नाका हिंडोला के खुर्शेदबाग जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की उनके घर में ही चाकू से गोद व गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। कमलेश से 2 लोग मिलने के बहाने आए तो कमलेश ने उनकी आवभगत की  वाह कमलेश ने अपने एक साथी को उन लोगों के लिए पाल लेने भेज दिया। जब उनका साथी पाल लेकर लौटा तो उसने कमलेश को खून से लथपथ हालत में पाया फिर उन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
                 (सीसीटीवी में कैद आरोपी)
सुबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार 20 अक्टूबर को हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी के परिवार से मुलाकात करेंगे. जिसका लखनऊ के मंडल कमिश्नर मुकेश मेश्राम और डीएम सीतापुर अखिलेश तिवारी ने लिखित में आश्वासन दिया है।  इस समय सीएम योगी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुंबई में है, जहां से वे लौटकर कल कमलेश तिवारी के परिजनों से मुलाकात करेंगे। जानकारी के मुताबिक कमलेश के परिवार को आर्थिक मदद के साथ 48 घंटे के अंदर पूरे परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी


अंतिम संस्कार को राजी हुआ परिवार

 हत्याकांड के बाद तिवारी का परिवार
सीएम को बुलाने पर आड़ा हुआ था, लेकिन अब तिवारी का परिवार प्रशासन से कुछ चीजों पर समझौता होने के बाद दाह-संस्कार करने के लिए राजी हो गया हैं।

 पुलिस ने किया मामले को 24 घंटे में सुलझाने का दावा किया

 पुलिस कमलेश तिवारी हत्याकांड को 24 घंटे के अंदर सुलझा लेने का दावा कर रही है.
पुलिस के मुताबिक रशीद पठान नाम का शख्स इस हत्याकांड का प्रमुख आरोपी है वहीं प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह के ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दावा किया इस मामले में अब तक 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें रशीद अहमद पठान(23), मौलाना मोहसिन शेख(24), और फैजन(21 इस हत्याकांड में शामिल रहे हैं. इस वारदात में दो और आरोपी शामिल हैं उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमलेश तिवारी हत्याकांड पर कहा है कि इसके पीछे जो भी लोग हैं उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।

 कमलेश के पुत्र ने कहा मुझे किसी पर भरोसा नहीं, एनआईए से जांच होनी चाहिए।


 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कमलेश तिवारी के बेटे सत्यम तिवारी ने कहा कि उन्हें नहीं पता है कि जो लोग पकड़े गए हैं उन लोगों ने उनके पिता को मारा है  या निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है, वही सत्यम तिवारी ने कहा कि अगर यही लोग असली दोषी हैं तो इनके खिलाफ कोई वीडियो सबूत है तो इसकी जांच एनआईए के द्वारा की जानी चाहिए। सत्यम ने आगे कहा कि अगर उनकी जांच में यह साबित हो जाता है तभी वह लोग संतुष्ट होंगे उन्होंने आगे कहा मुझे इस प्रशासन पर कोई भरोसा (विश्वास) नहीं है। वही तिवारी के बेटे ने बताया मुझे किसी पर कोई भरोसा नहीं है सुरक्षाकर्मी के रहते  पिता की हत्या हो गई। ऐसे में प्रशासन पर कैसे भरोसा किया जा सकता है?

 सरकारी आवास, नौकरी व आत्म रक्षा के लिए हथियार देगी सरकार।

 प्रशासन के मुताबिक तिवारी के परिवार को लखनऊ में ही एक सरकारी योजना के तहत आवास, आत्म रक्षा के लिए उनके बड़े बेटे को लाइसेंसी हथियार व एक  सरकारी नौकरी दी जाएगी व उनके परिजनों के साथ गलत व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । वहीं पुलिस के मुताबिक तिवारी के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में उत्तर प्रदेश के बिजनौर निवासी अनवारुल हक व नाईम काज़मी के नाम है, उन्हें भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं इस मामले में 10 छोटी-छोटी टीम बनाकर जांच की जा रही है जिसमें गुजरात पुलिस की संयुक्त टीम समेत स्थानीय स्तर पर भी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

  पुलिस ने आतंकवादी कनेक्शन को साफ नकारा

 पुलिस के मुताबिक कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में पूछताछ की जा रही है इस संबंध में आतंकवाद से जुड़े कोई संकेत नहीं मिले लेकिन प्रथम दृष्टि 2015 में कमलेश तिवारी द्वारा  इस्लाम पर दिया विवादित भाषण इसकी प्रमुख वजह हो सकती है।

                  (सूरत में मिठाई खरीद का संदिग्ध)