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दिल्ली गद्दे व खिलौनों की फैक्ट्री में भीषण आग लगी, जलने व दम घुटने से 44 की मौत 15 घायल, फैक्ट्री मालिक गिरफ्तार

बता दें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से तकरीबन साडे 3 किलोमीटर दूर झांसी रोड स्थित अनाज मंडी क्षेत्र में चल रही फैक्ट्री में रविवार सुबह करीब 5: बजे शॉर्ट सर्किट से आग लगने के कारण 44 लोगों की मौत हो गई, जबकि इस हादसे में 15 से ज्यादा लोग जख्मी हैं हादसे के बाद दिल्ली सरकार ने जांच के आदेश दिए जबकि गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट मांगी है।

राजधानी दिल्ली के झांसी रोड स्थित सदर बाजार में सुबह तड़के करीब 5:00 बजे लेडीज पर्स बैग और प्लास्टिक के सामान बनाने वाली चार मंजिला फैक्ट्री में भीषण आग लगने से 44 लोगों की मौत हो गई,
वही इस हादसे में 15 लोग बुरी तरह झुलस गए, घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस व दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच साढे 4 घंटे में आग पर काबू पाया। बता दें कि हादसे के समय फैक्टरी में 59 लोग सो रहे थे! जानकारी के मुताबिक सभी घायलों को  एलएनजेपी, आर एम एल और हिंदू राव अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, अधिकतर व्यक्तियों की मौत धुएं के कारण दम घुटने की वजह से हुई, इस कांड में मारे गए लोगों में कई नाबालिग भी शामिल है वही घटना के बाद से एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है।


 फैक्ट्री मालिक रेहान गिरफ्तार

अग्निकांड के बाद दिल्ली पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

फायर बिग्रेड के अधिकारी के मुताबिक आग लगने की जानकारी उन्हें सुबह 5:22 पर मिली जिसके बाद 34 दमकल की गाड़ियों ने मौके पर पहुंच साढे 4 घंटे में आग पर काबू पाई।

 17-17 लाख मुआवजा का ऐलान

इस कांड के बाद दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने सभी मृतकों के आश्रितों को 10-10 लाख रुपए आर्थिक मदद व घायलों को एक-एक लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के आश्रितों को दो ₹2-2 लाख व गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता का ऐलान किया, भाजपा की दिल्ली इकाई ने भी पांच ₹5-5 लाख सहायता देने का ऐलान किया है

फायर बिग्रेड ने क्या कहा

फायर बिग्रेड कर्मचारियों के मुताबिक अनाज मंडी इलाके में कई ऐसी फैक्ट्रियां हैं, जिनके पास अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) नहीं है, रास्ता खराब और आवादी घनी होने के चलते बचाओ अभियान में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा वहीं एक अन्य व्यक्ति के मुताबिक फैक्ट्री में 12-13 मशीनें लगी हुई थी।

विद्युत विभाग की प्रतिक्रिया
आग के मामले में दिल्ली की बिजली कंपनी ने भी अपना बयान जारी कर बताया कि आग बिल्डिंग के आंतरिक मशीनरी में लगी क्योंकि मीटर पूरी तरह सुरक्षित है बिल्डिंग के सामने से गुजर रहे कारवां पोल भी सुरक्षित है आग बिल्डिंग की दूसरी और तीसरी मंजिल पर लगी जबकि बिजली के मीटर ग्राउंड फ्लोर पर लगे हैं इसलिए मीटर से आग लगने का कोई सवाल नहीं होता। बिजली विभाग के कर्मचारी ने कहा अगर मीटर में आग लगती तो वहां ग्राउंड फ्लोर पर लगती ना कि दूसरी बात तीसरी मंजिल पर लगती।


इस मामले पर प्रधानमंत्री व राहुल गांधी के ट्यूट