राजधानी- लखनऊ के अमीनाबाद क्षेत्र में जिस पुलिस की जिम्मेदारी होती है अतिक्रमण हटाकर आवागमन को दुरुस्त बनाए रखना उसी पुलिस ने अमीनाबाद सड़क के बीचो बीच करीब 550 वर्ग फीट जमीन में अवैध कब्जा कर लोहे की अस्थाई चौकी के बजाय 1 मंजिला पक्की चौकी बना ली है। जानकारी के मुताबिक चौकी को लेकर नगर निगम के खिलाफ व्यापारियों ने विरोध शुरू किया तब जाकर मामला कैबिनेट मंत्री तक गया वहां से मौखिक आदेश के बाद नगर निगम की आंख खुली और तब जाकर उसने नोटिस जारी करते हुए डीएम और पुलिस आयुक्त को भी जानकारी दी है।
सूत्रों के मुताबिक सड़क के बीचो बीच डिवाइडर के पास लोहे के फ्रेम में अस्थाई चौकी बनी हुई थी जिसको हटाकर कुछ महीने पहले वहां पर एक पक्की चौकी बनाई गई । जब इस बाबत कर्मचारियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सिर्फ एक कमरा बनाया जाना है लेकिन चौकी में नीचे से ऊपर तक एक कमरा ही नहीं बहुत कुछ बना हुआ है जहां एक तरफ प्रशासन अवैध निर्माण पर शिकंजा कसने की बात कर रहा है तो दूसरी तरफ पुलिस द्वारा इस तरह अवैध निर्माण करने से जनता में गलत संदेश जा रहा है।
एक तरफ नगर निगम जहां पुलिस की मदद से अवैध निर्माण को हटा कर फेंक देती है लेकिन मामला जहां पुलिस का है वहां नगर निगम भी हाथ डालने से कतराता नजर आ रहा है जानकार बताते हैं कि बीच सड़क या सर्वजनिक स्थानों पर जनहित में अवैध निर्माण को बिना नोटिस दिऐ भी हटाने का अधिकार है।