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लखनऊ पोस्टमार्टम रिपोर्ट खुलासा, गोसाईगंज में मासूम की हत्या, सरोजिनी नगर में युवती से बर्बरता की हदें पर



उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इन दोनों कानून व्यवस्था की स्थिति लाचार होती हुई नजर आ रही है लखनऊ के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में सोमवार को घर से बाहर गए बच्चे की ग्रामीणों की आशंकाओं के
 मुताबिक कुकर्म के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई पूरे मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि होने के बाद सभी हैरान है। हत्या को आत्महत्या बनाने के इरादे से बेखौफ अपराधियों ने बच्चें के शव को दुपट्टे के सहारे जमीन से 20 फीट पर लटका कर पूरे एंगल को आत्महत्या की ओर मोड़ने की असफल कोशिश की। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस झूठ के पुलिंदे की खोल कर रख दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है परिजनों ने गांव और गांव के बाहर किसी से किसी भी प्रकार की आपसी रंजिश होने से इनकार किया है कक्षा 5 में पढ़ने वाले मानसून के साथ कितनी बेरहमी से हैवानियत हुई है इसका अंदाजा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही लगा सकते हैं। वहीं पुलिस की जांच में सामने आया है बच्चा जब अपने एक घर से दूसरे घर पर साइकिल खड़ी करके वापस शाम को लौट रहा था उसी दरमियान किसी ने अपने बच्चों को बहला फुसलाकर या फिर जबरन अगवा करके उसके साथ सुनसान जगह पर ले जाकर घटना को अंजाम दिया है पुलिस के अनुसार इस दौरान बच्चों ने खुद को बचाने की कोशिश की होगी इसी दरमियान आरोपी ने पकड़े जाने के दर से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी होगी आशंका में कई एंगल हैं एक से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं पुलिस ने शक की सी मासूम के आसपास परिचित लोगों पर शंख जाहिर करते हुए अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है पुलिस कार्यवाही के लिए जांच का एंगल बढ़ा चुकी है दूसरी तरफ मासूम के परिजन घटना के बाद से बेहाल है। 

थाना गोसाईगंज क्षेत्रान्तर्गत 09 वर्षीय बालक का शव मिलने के सम्बन्ध में द्वारा दी गयी बाईट




दूसरी तरफ राजधानी लखनऊ के ही सरोजिनी नगर थाना क्षेत्र स्थित गहरू गांव की 24 वर्षी मोनी कश्यप के साथ बर्बरता की सारी हदें पार करते निर्मम हत्या कर दी गई। घटना की क्रूरता का अनुमान इसी से लगा सकते हैं कि उसकी चीखें दबाने के लिए मुंह में कपड़ा ठूसकर मुंह पर, ताबड़तोड़ वार करके दांतों को तोड़ा गया, बाएं गाल को काटा , जान बचाने के लिए मोनी ने काफी संघर्ष किया उसके निशान जमीन पर रगड़ने और शरीर पर संघर्ष के कई सबूत है आखिर में सरपर वार व गाला रेत कर शरीर को बेजान कर दिया गया। घटना में एक से अधिक लोगों के होने के कई एंगल है। आसपास के ग्रामीणों ने जब शोर सुन तो वह दौड़े इसी बीच एक शख्स ई रिक्शा लेकर भाग रहा था। जिसे ग्रामीणों ने दौड़ा कर पकड़ लिया दूसरी ओर मोनी की चप्पल और दस्तावेज पढ़े थे चेहरा खून से सना था पुलिस और फोरेंसिक टीम ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा सर में गहरे जख्म थी बाकी जो ऊपर बताया गया उससे भी ज्यादा बर्बरता की गई है ।

 ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि इस बर्बरता के पीछे का कारण क्या है?
जांच रिपोर्ट और पुलिस प्रशासन  ?


बता दे 24 साल की मोनी कश्यप कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र से नर्सिंग सहायक का कोर्स पूरा कर नौकरी की तलाश में थी ट्रेनिंग का उसका आखिरी दिन था प्रमाण पत्र लेकर नादरगंज इंटरव्यू देने के लिए जा रही थी इसी बीच मोनी कश्यप बंथरा से अपने घर घर जाने के लिए रामप्रताप के रिक्शा में बैठी इस समय 22 वर्ष श्री राम प्रताप ने गांव के पास ही रिक्शा 16 साल इलाके की तरफ मोड़ दिया उसके परिचित उसी जगह पर रहते थे जो उसकी नौकरी दिलाने में मदद करेंगे ऐसा एंगल भी सामने है रास्ते में रामप्रताप ने ई रिक्शा खराब होने का बहाना बनाया और अमावा के जंगल में ले जाकर इस घटना को अंजाम दिया खैर अभी हैवानियत की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन राम प्रताप पहले भी 7 साल की बच्ची के साथ रेप कर 16 साल की उम्र में उसकी हत्या कर दी थी। और उस मामले में वह बाल सुधार गृह से छूटने के बाद ई रिक्शा चलाने लगा उसके बाद उसी पैटर्न पर हत्या कई सवाल खड़े करते है।

वही एसीपी कृष्णा नगर के मुताबिक राम प्रताप मानसिक विकृति का है क्योंकि शुरुआती हड़ताल में पता चला है की घटना को राम प्रताप ने अकेली ही अंजाम दिया लेकिन परिजनों ने आशंका जताई है कि 3 से 4 अन्य लोग भी शामिल थे फिर हाल पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है

वहीं पूरे मामले में कई एंगल से जांच की जा रही है पुलिस के मुताबिक आरोपी अपने तीन साथियों संग आया मनी को जबरन बैठा ले गया उसके बाद जंगल में ले जाकर हत्या कर दी पुलिस अफसर ने संबंधित मामले में साक्षी या जुते हुए इसकी पड़ताल कर रहे हैं आरोपी से पूछताछ और नंबरों की कॉल डिटेल खंगालते हुए पूरे मामले यानी घटनाक्रम की कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए मामले को हल करने की कोशिश कर रहे हैं।

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