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सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी रैगिंग मामला 7 सीनियर आरोपी  छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, एमसीए ने पूछा क्यों ना यूनिवर्सिटी प्रशासन पर डेढ़ करोड़ का जुर्माना लगाएं

उत्तर प्रदेश- इटावा जिले की सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के रैगिंग मामले में 2018 के सात सीनियर छात्रों  के खिलाफ 2019 के 150 जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग के मामले में एमसीआई के दखल के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने फिरहाल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

                (रैगिंग के शिकार जूनियर छात्र)
वहीं कार्रवाई की खबर लगते ही आरोपी छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के साथ नारेबाजी करने लगे ।

एंटी रैगिंग कमेटी को भंग साल मुन्नी छात्रावास में तैनात सभी वार्डन को सस्पेंड कर सुरक्षा कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है इसी के साथ हीं पूरे मामले में डीन कल्बे जवाद को भी कार्यमुक्त करने की खबर है ।  वही 2018 बैच के सभी डेढ़ सौ सीनियर छात्र छात्राओं से 5000-5000 रुपए आर्थिक दंड वसूलने का फरमान सुनाया गया है ।

        ( रैगिंग के शिकार सर झुका कर जाते हुए छात्र)
वही एंटी रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट गुरुवार रात कुलपति प्रोफेसर रामकुमार को मिली रिपोर्ट में 2018 बैच के 7 छात्रों को दोषी मानकर कमेटी ने 7 छात्रों पर ₹25000-25000 का आर्थिक दंड लगाने के साथ एक माह तक छात्रावास कक्षाओं से प्रतिबंधित करने की सिफारिश कर एफ आई आर दर्ज कराने की तैयारी की थी । जो आज दर्ज कर दी गई है।
वहीं जिला अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में यूनिवर्सिटी प्रशासन को दोषी मानते हुए रैगिंग संबंधी रिपोर्ट चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रमुख सचिव को भेज दी है  बता दें कि इस मामले की रिपोर्ट मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया एमसीआई ने यूनिवर्सिटी को नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे में जवाब मांगा है वही यूनिवर्सिटी प्रशासन से पूछा है क्यों ना यूनिवर्सिटी पर डेढ़ करोड़ रुपए का जुर्माना लगाते हुए दोषी छात्रों को 1 माह के लिए निलंबित कर दें।

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